सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही के पिण्डवाडा स्थित रेलवे स्टेशन के पास बस स्टैंड पर अचेत अवस्था में मिले जमकर जीवन यापन करने वाले लगभग 80 वर्षीय साधू-महात्मा नरेन्द्र महाराज को 108 से पिण्डवाडा सरकारी अस्पताल ले जाया गया। वह ज्यादा बीमार होने से उन्हें 108 द्वरा सिरोही जिला अस्पताल रेफर किया गया एवं सिरोही अस्पताल में भर्ती किया गया तथा उपचार के दौरान 4 अगस्त को मृत्यु हो गई। जिस पर शव को सिरोही मोर्चरी में रखा गया।
पिण्डवाडा पुलिस द्वरा मृतक साधू की शिनाख्त के प्रयास एवं शोशल मिडिया के माध्यम से भी वारिश्दार हेतु प्रयास किये। 4 दिनों तक कोई भी वारिशदार नहीं आने पर अंतिम संस्कार हेतू पुलिस ने समाजसेवी प्रकाश प्रजापति को सूचित किया। इस प्रजापति ने शव के विधि विधान से अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी ली ।जिस पर प्रजापति ने विधि विधान से अंतिम संस्कार करने हेतु समस्त सामग्री जुटाकर को अंतिम संस्कार हेतु तैयारी की एवं साथ ही साधू महात्मा की शव यात्रा हरतु ढोल–थाली की भी व्यवस्था की।
पिण्डवाडा पुलिस उप-निरिक्षक सुजानाराम द्वारा प्रशाशनिक कार्यवाही करने के पश्चात प्रकाश प्रजापति ने मोर्चरीकर्मी एवं पुलिस कांस्टेबल प्रकाशकुमार के सहयोग से कंधा देकर मोक्ष-रथ के द्वारा ढोल –थाली बजाते एवं स्पीकर द्वरा मंत्रो उचारण बजाते हए मोर्चरी से पेलेस रोड होते हुए लोकडाऊन नियमो की पालना करते हुए सारनेश्वर रोड स्थित हिन्दू शमशान घाट पहुचे, तथा जाकर प्रजापति ने मृतक साधू-महात्मा को मुखाग्नि देकर विधि विधान से अंतिम संस्कार किया।
इस दौरान पिण्डवाडा पुलिस उप-निरिक्षक सुजानाराम, कांस्टेबल प्रकाशकुमार, नगर पालिका सफाईकर्मी सोमाराम, विनोद कुमार, सुनील हंस एवं ईश्वर लाल उपस्थित थे।
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